अनिल अंबानी की कंपनी रिलायंस इंफ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड के investors के लिए बुरी खबर आई है। यह penny stock जो पिछले साल 102 फीसदी की तगड़ी वापसी दे चुका था, अब गंभीर मुसीबत में फंस गया है।
पांच सालों में 830 फीसदी तक भागने वाला यह स्टॉक अचानक से धड़ाम से गिरना शुरू हो गया है। सिर्फ पांच दिनों में ही 9 फीसदी से ज्यादा की गिरावट देखी गई है।
SBI के गंभीर आरोप
स्टेट बैंक ऑफ इंडिया ने अनिल अंबानी की कंपनी रिलायंस कम्युनिकेशंस पर धोखाधड़ी का गंभीर आरोप लगाया है। बैंक का दावा है कि कंपनी ने business development के नाम पर 2016 में पैसा लिया था।
लेकिन यह पैसा अपनी दूसरी कंपनियों में डालकर गलत इस्तेमाल किया गया है। SBI की यह complaint Reserve Bank of India को भेजी जाएगी, जिसमें अनिल अंबानी का नाम directly शामिल है।
यह fraud case अब तक का सबसे बड़ा financial scandal बन सकता है। अगर यह साबित हो जाता है तो investors के लिए और भी बुरे दिन आने वाले हैं।

Corporate Insolvency की शुरुआत
साल 2019 में रिलायंस कम्युनिकेशन के साथ जो हुआ था, वह इस पूरे मामले की जड़ है। SBI ने कंपनी को Corporate Insolvency Resolution Process में धकेल दिया था।
Insolvency and Bankruptcy Code की धारा 32A के तहत CIRP की प्रक्रिया शुरू की गई थी। इसका मतलब यह था कि कंपनी अपने कर्जों को चुकाने में असमर्थ हो चुकी थी।
उस समय से ही अनिल अंबानी के business empire पर सवालिया निशान लगे हुए हैं। अब यह नया fraud case उनकी मुसीबतों को और भी बढ़ा देगा।
Market के लिए चेतावनी
यह penny stock की दुनिया में एक बड़ी चेतावनी है। जो investors ने quick money के लालच में इस stock में पैसा लगाया था, वे अब परेशानी में हैं।
Stock market के experts का कहना है कि high-risk penny stocks में investment हमेशा खतरनाक होती है। खासकर जब किसी कंपनी के खिलाफ financial irregularities के आरोप हों।
अनिल अंबानी के business model में पहले से ही कई कमजोरियां थीं। उनकी कंपनियों पर heavy debt का बोझ था, जिससे operational efficiency में गिरावट आई थी।
Legal Troubles बढ़ने के संकेत
अब जब SBI ने officially fraud का case बनाया है, तो legal proceedings तेज होने वाली हैं। यह मामला courts तक जा सकता है और investors के लिए situation और भी complicated हो जाएगी।
Enforcement Directorate और Serious Fraud Investigation Office भी इस मामले में दखल दे सकते हैं। अगर ऐसा होता है तो अनिल अंबानी के सारे business ventures की जांच होगी।
इससे उनकी दूसरी listed companies भी प्रभावित हो सकती हैं। Reliance group के बाकी stocks पर भी negative impact पड़ने की संभावना है।
Investors की बढ़ती चिंता
Retail investors जिन्होंने इस stock में अपनी गाढ़ी कमाई लगाई है, वे अब panic mode में हैं। Social media platforms पर investment groups में चर्चा हो रही है कि क्या करना चाहिए।
कुछ analysts का सुझाव है कि stop-loss लगाकर position को close कर देना चाहिए। वहीं कुछ का मानना है कि situation clear होने का इंतजार करना चाहिए।
लेकिन जब तक SBI के allegations की investigation पूरी नहीं होती, तब तक uncertainty बनी रहेगी। यह stock की volatility को और भी बढ़ा देगा।
Future Outlook की समस्या
Technical analysis के हिसाब से भी यह stock अब danger zone में पहुंच गया है। Support levels टूट गए हैं और further downside की संभावना बढ़ गई है।
अगर fraud charges साबित हो जाते हैं तो यह stock penny stock से भी नीचे जा सकता है। कई cases में ऐसे stocks delisting तक के लिए जाते हैं।
Fund managers और institutional investors पहले से ही इस stock से दूरी बना रहे हैं। Foreign Institutional Investors भी अपनी holdings को reduce कर रहे हैं।
Expert Opinion और सलाह
Market experts का clear opinion है कि high-risk appetite वाले investors को भी अब सावधान रहना चाहिए। यह मामला सिर्फ एक stock का नहीं बल्कि पूरे corporate governance का है।
Portfolio diversification के नाम पर भी ऐसे risky stocks में investment justify नहीं हो सकती। खासकर जब regulatory bodies और banks द्वारा serious allegations लगाए गए हों।
अगर आपके portfolio में यह stock है तो financial advisor से तुरंत सलाह लें। Market timing के बजाय risk management को priority दें।
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