एचएमपी (HMP) वायरस की दस्तक और चौतरफा बिकवाली के कारण सोमवार को शेयर बाजार में बड़ी गिरावट दर्ज की गई। सेंसेक्स और निफ्टी दोनों में भारी नुकसान हुआ
पावर, सर्विसेज, मेटल, और एनर्जी जैसे सभी सेक्टोरल इंडेक्स लाल निशान में बंद हुए। इस गिरावट के कारण निवेशकों को 10.98 लाख करोड़ रुपये का नुकसान उठाना पड़ा।
Black Day for Markets
बीएसई का सेंसेक्स 1,258.12 अंक यानी 1.59% की गिरावट के साथ 77,964.99 अंक पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान यह 1,441.49 अंक तक लुढ़क गया था
निफ्टी भी 388.70 अंक यानी 1.62% की गिरावट के साथ 23,616.05 अंक पर बंद हुआ। मिडकैप और स्मॉलकैप इंडेक्स भी क्रमशः 2.44% और 3.17% टूटे।
Most Stocks in Red
बीएसई में कुल 4,245 कंपनियों के शेयरों का कारोबार हुआ, जिनमें से 3,474 में गिरावट और केवल 656 में तेजी देखी गई। निफ्टी में 43 कंपनियों के शेयर गिरे और केवल 7 में लिवाली हुई
सेंसेक्स के 30 में से प्रमुख नुकसान वाले स्टॉक्स में टाटा स्टील, एनटीपीसी, कोटक महिंद्रा बैंक, इंडसइंड बैंक, पावरग्रिड, जोमैटो, अदाणी पोर्ट्स, एशियन पेंट्स, महिंद्रा एंड महिंद्रा, और रिलायंस इंडस्ट्रीज शामिल रहे।
Market Cap Took a Hit
चौतरफा बिकवाली के कारण बीएसई पर लिस्टेड कंपनियों के कुल बाजार पूंजीकरण में ₹10,98,723.54 करोड़ की गिरावट आई। कारोबार के अंत में इन कंपनियों का कुल मार्केट कैप ₹4,38,79,406.58 करोड़ रह गया।
Expert Insights
मार्केट एनालिस्ट्स के अनुसार,
- एचएमपी वायरस के प्रसार ने निवेशकों की चिंता बढ़ा दी है।
- कंपनियों के तिमाही नतीजों को लेकर अनिश्चितता और एफआईआई की बिकवाली ने बाजार पर दबाव बढ़ाया।
- निफ्टी और बैंक निफ्टी 200-DMA के नीचे फिसल चुके हैं, जो तकनीकी दृष्टिकोण से नकारात्मक संकेत है।
Outlook for Investors
बाजार की मौजूदा स्थिति को देखते हुए निवेशकों को सतर्क रहने और किसी भी निवेश निर्णय से पहले अच्छे विश्लेषण की सलाह दी जाती है। विशेषज्ञों का मानना है कि बाजार की अस्थिरता निकट भविष्य में बनी रह सकती है।