क्या होगा निवेशकों का?
आज हम आपको एक ऐसी कहानी बताने जा रहे हैं जो यस बैंक के करोड़ों निवेशकों की नींद उड़ा सकती है। पिछले महीने से जो कुछ हो रहा है, वो चौंकाने वाला है।
यस बैंक का शेयर इन दिनों सुर्खियों में है, लेकिन गलत वजहों से। पिछले 30 दिनों में यह स्टॉक 3% से ज्यादा लुढ़क गया है। और यह केवल शुरुआत है।
एक साल का दर्दनाक सफर
जब हम पूरे साल की बात करते हैं, तो तस्वीर और भी डरावनी हो जाती है। यस बैंक के शेयर ने पिछले 12 महीनों में अपने निवेशकों को 14% से भी ज्यादा का नुकसान दिया है।
लेकिन रुकिए, अभी तो हमने आपको असली बात ही नहीं बताई। जो कुछ होने वाला है, वो इससे भी बड़ा है।
मूडीज की चौंकाने वाली घोषणा
अंतर्राष्ट्रीय रेटिंग एजेंसी मूडीज ने हाल ही में एक ऐसा फैसला लिया है जिसने पूरे बैंकिंग सेक्टर में हलचल मचा दी है। उन्होंने यस बैंक की रेटिंग को BA3 से बढ़ाकर BA2 कर दिया है।
यह बदलाव सिर्फ एक साधारण अपग्रेड नहीं है। इसके पीछे कंपनी के बेहतर होते क्रेडिट प्रोफाइल का हाथ है। लेकिन क्या यह वाकई अच्छी खबर है?

प्रबंध निदेशक का विस्तार
एक और दिलचस्प मोड़ आया है इस कहानी में। भारतीय रिजर्व बैंक ने यस बैंक के प्रबंध निदेशक प्रशांत कुमार के कार्यकाल को 6 महीने और बढ़ा दिया है।
यह फैसला तब तक प्रभावी रहेगा जब तक कोई नया CEO या MD नहीं मिल जाता। बैंक ने नए सीईओ की तलाश भी शुरू कर दी है।
फंडामेंटल्स की सच्चाई
अब आते हैं असली आंकड़ों पर। यस बैंक का मार्केट कैपिटलाइज़ेशन 63,227 करोड़ रुपए है। शेयर की कीमत फिलहाल 20 रुपए के आसपास घूम रही है।
कंपनी की सेल्स ग्रोथ 12% दिख रही है, जो सुनने में अच्छी लगती है। लेकिन यहां एक बड़ी समस्या छुपी हुई है।
यस बैंक पर कुल 3,56,391 करोड़ रुपए का कर्ज है। यह आंकड़ा बेहद चिंताजनक है और निवेशकों के लिए एक बड़ा रेड फ्लैग साबित हो सकता है।
पांच साल का भयानक प्रदर्शन
जब हम लंबी अवधि की बात करते हैं, तो स्थिति और भी गंभीर हो जाती है। पिछले 5 सालों में यस बैंक के शेयर ने अपने निवेशकों को 31% से भी ज्यादा का नुकसान दिया है।
यह आंकड़ा दिखाता है कि बैंक लंबे समय से संघर्ष कर रहा है। निवेशकों का भरोसा टूटा हुआ है।
तिमाही रिजल्ट्स का विश्लेषण
मार्च 2025 की तिमाही के आंकड़े देखें तो यस बैंक का रेवेन्यू 7,623 करोड़ रुपए रहा है। इंटरेस्ट इनकम लगभग 5,352 करोड़ रुपए है।
यहां एक चौंकाने वाली बात है। कंपनी का फाइनेंस प्रॉफिट नेगेटिव है और 809 करोड़ रुपए के नुकसान में है।
हालांकि, नेट प्रॉफिट अभी भी पॉजिटिव है और 745 करोड़ रुपए दिखा रहा है। यह मिश्रित संकेत निवेशकों के लिए कन्फ्यूजन का कारण बन रहा है।
ब्रोकरेज का बड़ा दांव
लक्ष्मी श्री इन्वेस्टमेंट एंड सिक्योरिटीज नामक ब्रोकरेज फर्म ने यस बैंक के लिए 32 रुपए का टारगेट प्राइस सेट किया है। उन्होंने इस स्टॉक को ‘होल्ड’ करने की सलाह दी है।
अगर यह टारगेट प्राइस हासिल होता है, तो निवेशकों को 58% से भी ज्यादा का मुनाफा हो सकता है। लेकिन क्या यह सच में संभव है?
भविष्य में क्या होगा?
यस बैंक के भविष्य को लेकर अभी भी कई सवाल खड़े हैं। रेटिंग अपग्रेड एक सकारात्मक संकेत है, लेकिन कंपनी के ऊपर भारी कर्ज का बोझ चिंता का विषय है।
नए सीईओ की नियुक्ति कंपनी की दिशा तय करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती है। निवेशकों को सावधानी से इस स्टॉक पर नजर रखनी चाहिए।
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