Udyog (उद्योग) Kya Hai In Hindi [Udyog Ke Prakar]
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Udyog Kya Hai | उद्योग क्या है?
आज इस लेख के माध्यम से मैं आपको udyog kya hai in hindi, udyog ke prakar के बारे में बताऊंगा यह Business Studies का part है
व्यवसाय में जिन क्रियाओं को किया जाता है उन्हें दो भागों में बांटा गया है यह क्रियाएं वस्तुओं के उत्पादन में संभरण वितरण आदि से संबंधित हैं
- उद्योग (Industry)
- वाणिज्य (Commerce)
उद्योग व आर्थिक क्रियाएं होती हैं जिसमे नई तकनीक व उच्च कौशल यांत्रिक उपकरणों के माध्यम से उत्पादन पशुओं के पालन व प्रजनन से संबंधित क्रियाएं की जाती है यहां कुछ साधनों के उपयोग से उपयोगी वस्तुओं का निर्माण किया जाता है मुझे लगता है की आपको अब Udyog Kya Hai के बारे में पता लग गया होगा
उद्योग में वस्तु के निर्माण करने के लिए कुछ आवश्यक संसाधन की आवश्यकता होती है जिनमे कच्चे माल, श्रम शक्ति और तकनीक आदि है इन सभी के बिना उद्योग में वास्तु का निर्माण नहीं किया जा सकता है
उद्योग को हम उदाहरणों के माध्यम से भी समझ सकते हैं रुई व कपास को जिन इकाइयों के द्वारा बनाया जाता है उन्हें हम उद्योग में शामिल कर सकते हैं एवं कई सेवाएं जैसे बीमा बैंकिंग आदि भी उद्योग हैं निचे udyog ke prakar दिए गये है

Udyog Ke Prakar | उद्योग के प्रकार
- प्राथमिक उद्योग (primary Industry)
- द्वितीयक उद्योग (Secondary industry)
- तृतीयक उद्योग (tertiary industry)
उद्योगों का वर्गीकरण कुछ आधारों पर किया जाता है
- स्वामित्व
- उपयोगिता
- आकर
- माल की प्रकृति
- कच्चे माल
प्राथमिक उद्योग में उन सभी आर्थिक क्रियाओं को शामिल किया जाता है जो प्राकृतिक संसाधनों के खनन उत्पादन व पशु और वनस्पतियों के विकास से संबंधित हैं इन्हें भी दो भागों में बांटा गया है मुझे लगता है की आपको primary Industry kya hai, primary industry examples in hindi इसकी जानकारी हो गयी होगी
Primary Industry Ke Prakar
- निष्कर्षण उद्योग (extractive industry)
- जननिक उद्योग (Genetic industry)
निष्कर्षण उद्योग क्या है (extractive industry)
निष्कर्षण उद्योग में प्राकृतिक स्रोतों से निष्कर्षण विधि के द्वारा उत्पादों को प्राप्त किया जाता है यह उद्योग कच्चे माल की आपूर्ति करने का कार्य करते हैं वे कच्चा माल मुख्यतः भूमि से प्राप्त होता है इस उद्योग को हम उदाहरण के माध्यम से भी समझ सकते हैं जैसे कृषिकरना मछली पकड़ना आदि
जननिक उद्योग क्या है (Genetic industry)
जननिक उद्योग में पशु पक्षियों का पालन किया जाता है तथा वनस्पतियों को उगाया जाता है एवं बाद में उनका उत्पादन कर दिया जाता है इस उद्योग के उदाहरणों में मुर्गी पालन करना मछली पालन आदि को शामिल किया गया है इस लेख के माध्यम से आपको Genetic industry kya hai, Genetic industry examples in hindi के बारे में पता लग गया होगा
द्वितीयक उद्योग क्या है (Secondary industry)
द्वितीयक उद्योग को माध्यमिक उद्योग के नाम से भी जाना जाता है इस उद्योग में प्राथमिक उद्योग से प्राप्त कच्चे माल को पक्के माल में बदलने का कार्य किया जाता है मुझे लगता है की आपको Secondary industry kya hai इसके बारे में पता लग गया है
यह उद्योग कच्चे माल को एक उपयोगी उत्पाद में बदल देता है इसके उदाहरणों में कच्चे लोहे को फैक्ट्रियों में स्टील में बदल दिया जाता है व यह एक उपयोगी उत्पाद है
इस उद्योग को दो भागों में बांटा गया है
- विनिर्माण उद्योग (Manufacturing industry)
- निर्माण उद्योग (Construction industry)
तृतीयक उद्योग क्या है
यह उद्योग प्राथमिक तथा द्वितीयक उद्योग को सेवाएं प्रदान करता है इस उद्योग को सेवा उद्योग भी कहा जाता है यह उत्पादन क्षमता में वृद्धि करने में सहायक होता है इसके उदाहरण में बीमा बैंकिंग भंडारण संचार आदि हैं मुझे लगता है की आपको tertiary industry kya hai इसके बारे में पता लग गया होगा

Udyog Aadhar Kya Hai | उद्योग आधार क्या है?
उद्योग आधार एक ऐसा प्रपत्र होता है जोकि किसी भी व्यवसाय की जानकारी प्राप्त की जा सकती है जिस प्रकार मनुष्य का आधार कार्ड होता है उसी प्रकार यह व्यवसाय का आधार होता है
पहले किसी भी व्यवसाय का लाइसेंस बनबाने के लिए कई फॉर्म को भरना होता था इसमें बहुत अधिक समय लगता था Udyog Aadhar से बहुत कम समय में व्यवसाय का लाइसेंस प्राप्त किया जा सकता है तथा इसे प्राप्त करने के बाद आपका व्यवसाय Government से Verify हो जाता है
Udyog Aadhar सिर्फ Online उपलब्ध है इससे कई फायदे है तथा इसे बनबाने के बाद व्यवसाय से सम्बंधित कई लाभ मिल जाते है
Udyog Aadhar के लाभ
- Loan से सम्बंधित सुविधा
- व्यवसाय को बड़ा करने में सुविधा
राजस्थान के प्रमुख उद्योग
राजस्थान में कई प्रकार के उद्योग किए जाते है लेकिन राजस्थान में मुख्य रूप से प्रमुख उद्योगों को कच्चे माल, निवेश तथा स्वामित्व के आधार पर प्रमुख उद्योगों में बाटा गया है कच्चे माल की उपलब्धता के आधार पर खनिज, कृषि, आधारित व खनिज उद्योग आदि को सामिल किया गया है तथा निवेश के आधार पर सुक्षम, लघु, माध्यम आदि को सम्मलित किया गया है तथा स्वामित्व के आधार पर सार्वजनिक, निजी, सरकारी, बहुउद्देश्य कंपनी उद्योग आदि को सामिल किया जाता है
- सूती वस्त्र उद्योग
- वनस्पति उद्योग
- बायो डीजल उद्योग
- नमक उद्योग
- रसायन उद्योग
- कांच उद्योग
- चीनी उद्योग
FAQ on Udyog
उद्योग कैसे शुरू करे?
उद्योग को शुरू करने से पहले आपको एक अच्छे Idea या Plan के बारे में सोचना होगा और फिर आपको उस Idea पर या उससे सम्बंधित Business कर रहे लोगो से Business Model को समझना होगा और जब आप व्यवसाय के लिए अच्छी तरह से तैयार हो जाये तो आप इस व्यवसाय को शुरू कर सकते है
उद्योग के कितने प्रकार होते है?
उद्योग को हमने स्वामित्व, कच्चे माल, उपयोगिता आदि के आधार पर 3 भागो में बाटा है जिनमे प्राथमिक, द्वितीयक, तृतीयक उद्योग सामिल है उद्योग के प्रकारों का अध्ययन हमने हमारे लेख में विस्तार से बताया है
कम लागात पर उद्योग कैसे किया जाता है?
कम लागात पर भी उद्योग किया जा सकता है इसके लिए आप स्थानीय स्तर पर भी उद्योग कर सकते है यहा आपको कम संसाधन व कम पूंजी की आवश्यकता होगी और आपका व्यवसाय भी अच्छा चलेगा
उद्योग आधार क्या होता है?
जिस प्रकार हम लोगो का एक आधार कार्ड होता है सी प्रकार उद्योग का भी एक आधार होता है तथा इस आधार के माध्यम से आप न सिर्फ अपने व्यवसाय को सरकार की तरह से वेरीफाई करा सकते है बल्कि अपने व्यवसाय से सम्बंधित सभी जानकारी Udyog Aadhar से बता सकते है
इस लेख के माध्यम से मैंने आपको udyog Kya hai,udyog ke prakar, primary industry examples in hindi आदि के बारे में बताया है यहा मैंने business studies class 11 chapter 1 in hindi के बारे में भी बताया है यदि यह लेख आपको अच्छा लगा है तो आप इसे शेयर कर सकते है यदि आपके मन में इस लेख से सम्बंधित कोई सवाल है तो आप निचे दिए गये कमेंट बॉक्स में कमेंट के माध्यम से पूछ सकते है मैं आपके द्वारा पुछे गये सवालो के जबाब जरुर दूंगा